Saturday, 30 January 2021

 कुछ बाते अनकहि सि रह जाति है 

यादो मे भि हसाति  और रुलाति है

बिते हुवे पल फिर से आये न आये

पल्को मे खुशबु सदा देति है



PostedBy: pankaj_bhakre